Tuesday, April 30, 2013

साहित्य की वीणा में अब कुछ बातें कर लें

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साहित्य की वीणा में अब कुछ बातें कर लें,
आओ मिलकर छंद-मयी मुलाकातें कर लें |
डूब चलें ग़ज़लों के सरोवर में कुछ इस तरह,
कहने के अंदाज़ में इकट्ठी कुछ सौगातें कर लें |

________________हर्ष महाजन

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