Sunday, September 1, 2013

तुझे तड़पाने को दिलभर.....हमारा जी नहीं करता

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तुझे तड़पाने को दिलभर.....हमारा जी नहीं करता,
मगर कुछ लुत्फ़ लूं तुमसे ये अक्सर भूल जाता हूँ |
कभी पावों में ठोकर जब पड़ी तो खुद ही संभला मैं ,
मगर रुखसार पर यूँ देख कशिश सब भूल जाता हूँ |

____________________हर्ष महाजन

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