मेरी नज्में/कवितायें

1. इक लाश
2. नव-विवाहित जोड़ा - एक हास्य कविता
3. उसने आज तक मेरे आँचल को छुआ नहीं है
4. आबरू वतन की आज यूँ बची कि क्या कहें
5. मेरी मैयात पे आके चढाये जो फूल
6. जन्म-दिन
7. गम कोई ले नहीं सकता
8. हम जब-जब बर्बादी-ए-दिल सुनाते रहे
9. किस तरह मेले में दो शख्स बिछुड़े खड़े थे एक जहरीली सी भूल हुई शख्स से
10. तेरे जन्म-दिन के उत्सव में अब क्या तुझे मैं उपहार दूं
11. घर की यादें एलान कर दीं
12. ये दुआ है कि खुदा से तुझे कोई गम ही न हो
13. आज मैंने क्रोध से सब ख़ाक कर दिया
14. जन्म-दिन, कितना रंगीन है
15. न शिकवा करूँ न गिला करता हूँ
16. लेखन की जगह लेखक को सराहना
17. मेरे गुरु से पहली मुलाकात
18. लाश पे लम्बू लगाये कौन
19. क्यूँ मुझको भेजा जुदा जुदा
20. एक जहरीली सी भूल हुई शख्स से
21. कितना बे-रहम है वो मेरी ग़ज़ल को नज़्म कर दिया
22. तुझको देख यहाँ हँस रहा हूँ ज़रूर
23. लोकपाल बिल - अन्ना ने सारा देश अपने नाम कर लिया
24. ज़ुल्म की आंधी
25. चलो दिल्ली ,चलो दिल्ली
26. सिंहासन अब हिल उठे हैं
27. भ्रष्टाचार
28. ये संविधान हमारा है
29. ऐसे शख्स खेल रहे देश में
30. दो दो लोकतंत्र
31. जन्म-दिन मुबारक
32. यहाँ हर वक़्त खुशियों के मेले हैं
33. क्यूँ आज बे-पिए बहकने लगे
34. जन्म-दिन मुबारक --आशिमा
35. ओ माँ !!
36. गरज के बरसता है बदल ज़माने की तरह
37. एक सफ़र हीजड़े के संग
38. चंद आंसू आज मैं भी तुम्हे पेश करता हूँ
39. दिल उसके पास भूल आया हूँ
40. जुल्फें अब उम्र की मोहताज़ नहीं हैं
41. कमर-तोड़ महंगायी
42. महंगायी-एक हास्य कविता
43. मेरी किस्मत शायद पाश-पाश होने को है तैयार
44. दर-दर भटक-भटक के जुटाई हैं रोटीआं
45. सच कहूं कहानी आज समाप्त हो गयी
46. दोस्त बन उस शख्स ने मेरा वोट तक लिया
47. "माँ" --- पे लिखा हर लफ्ज़ दीवान हो गया
48. जिधर तू चलती हवाएं भी रुख बदलती हैं
49. तेरी महफ़िल में मेरी ग़ज़लें सारी रात चली
50. तुमने अपना के भी मुझे !!!
51. तेरी उम्र आज चाँद तारों पे लिख दी है मैंने
52. माँ--बे-बाक दिल को छूने चली आयी
53. अहसास मुझे दे दो
54. कब्र हुई जो रौशन
55. माँ __इक याद __बस इक याद
56. ये कैसा कारोबार है ये कैसा कारोबार
57. मुद्दत से तुझे देखा ही नहीं माँ

2 comments:

  1. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  2. बहुत ही प्रभावी हिंदी तथा रोचकता से परिपूर्ण। ....

    ReplyDelete