MaiN Our Meri Tanhayii

इस ज़िंदगी के उतार-चढ़ाव के साथ कई कवि सम्मेलनों और महफ़िलों में शिर्कत करते हुए ज़हन से निकले अहसास, अल्फास बनकर किस तरह तहरीरों में क़ैद हुए मुझे खुद भी इसका अहसास नहीं हुआ | मेरे ज़हन से अंकुरित अहसास अपनी मंजिल पाने को कभी शेर, नज़्म , कता, क्षणिका, ग़ज़ल और न जाने क्या-क्या शक्ल अख्तियार कर गया | मैं काव्य कहने में इतना परिपक्व तो नहीं हूँ | लेकिन प्रस्तुत रचनाएँ मेरी तन्हाइयों की गवाह बनकर आपका स्नेह पाने के लिए आपके हवाले है उम्मीद है आपका सानिध्य पाकर ये रचनाएँ और भी मुखर होंगी |

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Tuesday, January 25, 2022

तेरे घर का आँगन

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 नज़्म (एक भ्रूण का अहसास) तेरे घर का आँगन, मुझे बड़ा ही सुहाना लगा । न जाने क्यूँ,  मुझे वो इस कदर पुराना लगा । मैं  बड़े इत्मीनान से  आया हूँ...
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Saturday, December 18, 2021

समय का पहिया जब भी चलेगा,

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समय का पहिया जब भी चलेगा, कुदरत का इंसाफ चले, जब भी चले इंसान का पहिया  चारो तरफ बेईमान चले । माफ करो भैया, काल चक्र भैया  दिल से दिल की बात...
Sunday, November 28, 2021

दिल जब तलक आईना है तिरा मुहब्बत का क्या

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 दिल जब तलक आईना है तिरा मुहब्बत का क्या, तू दिल में रहे या सिर्फ मुहब्बत में, तू न हो तो क्या । हर्ष महाजन 'हर्ष'
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Sunday, August 22, 2021

तकती

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 शुद्ध शब्द तबीयत है, न कि तबियत, जिसका वज़्न 122 है,  शे'र मुलाहज़ा फरमाएँ- 'ठहरी-ठहरी सी तबीयत में रवानी आई,  आज फिर याद मुहब्बत की ...
Tuesday, June 8, 2021

मेरे डैडी (नज़्म)

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यूँ तो दुनियाँ के सभी गम हँस के ढो लेता हूँ, पर जो याद आए तुम्हारी तो मैं रो लेता हूँ। यूँ तो अहसास हुआ करता है कि तुम दूर नहीं, सोच के होगा...
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Sunday, May 16, 2021

ये कैसा वार मेरे यार करके छोड़ दिया

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 दोस्तो आज बहुत अरसे बाद एक ताज़ातरीन ग़ज़ल आपकी अदालत की नज़र कर रहा हूँ। आजकल के महामारी के माहौल पर कही ये ग़ज़ल...अपनों के खोने का ग़म क्या होत...
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Monday, May 10, 2021

बड़े आलीशान मकान में रहते हो

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 --नज़्म-- सुना है--- बड़े आलीशान मकान में रहते हो, कभी आओ हमारी भी सुनों, गर कण-कण में बहते हो । देखो !! मौत के सौदे,  सर-ए-आम होने लगे हैं, ...
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Monday, April 12, 2021

कौन जाने इतना गहरा किसका नश्तर था चला

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 ★★★★★★★नज़्म★★★★★★★★ अनकही बातें न जानें दिल में कितनी ले गया, उँगलियाँ अपनों की यूँ....दांतों तले वो दे गया । कौन जाने इतना गहरा किसका नश्त...
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Sunday, August 30, 2020

*जन्म-दिन की बहुत बहुत मुबारक हो बेटा शौर्या*

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🍪🍪🍪🍪🍪🍪🍪🍪 🍩🍩🍩🍩🍩🍩🍩🍩 तेरी हसरत भी हो, और हो राजदार, खुशियाँ रूपी ये दरिया में कश्ती हो पार । ✈️ इन हवाओं में खुशबू यूँ बस...
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Wednesday, July 8, 2020

रदीफ़ दोष :: पोस्ट-5

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■■पोस्ट-5■■ ◆◆रदीफ़ दोष◆◆ ●●●(d)तक़ाबूले रदीफ़●●● इस दोष से ग़ज़ल कहने वालों को हो सके तो बच के निकलना चाहिए । इस दोष के चलते ग़ज़ल जानने वाले...
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Tuesday, June 30, 2020

रदीफ़ दोष:: पोस्ट-4

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■■Post-4■■ ◆◆रदीफ़ दोष◆◆ ●●(c) रब्त का न होना●● ***************  प्रिय पाठकों: ग़ज़ल कहन अगर आसाँ कहें तो ये हमारी भूल होगी । ये एक ऐसी व...
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Monday, June 29, 2020

रदीफ़ दोष:: पोस्ट-3

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◆Post-3◆ रदीफ़ दोष (b) ■■​तहलीली रदीफ़ ■■ ★★★★★★★★★★ ग़ज़ल कहने वाले रदीफ़ तो जानते हैं मगर तहलीली रदीफ़ के बारे में कम ही लोग वाक़िफ़ हैं। ...
Saturday, June 27, 2020

रदीफ़ दोष :: पोस्ट- 2

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◆Post-2◆ (1) रदीफ़ दोष (a) दोस्तो काफ़िया के तुक (अन्त्यानुप्रास) और उसके बाद आने वाले शब्द या शब्दों को रदीफ़ कहते है। काफ़िया बदलता है ...
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Thursday, June 25, 2020

रदीफ़ दोष -पोस्ट-1

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◆Post-1◆ #पहला 5-5-2020 #दोषयुक्त_ग़ज़ल दोस्तो आज हम ग़ज़ल में उत्पन्न दोष की बात करेंगे । प्रभावपूर्ण ग़ज़ल कहने के बाद हमें देखना पड़ता ...
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Monday, June 15, 2020

उठ के मैयत से निकल कह दो मना लें

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*** उठके मैयत से निकल कहदो मना लें तुमको, तू सितारा है ज़मीं पे तो बुला लें तुमको । शोहरत ने जो तुम्हें आज चुराया हमसे, हम भी नग्मों ...
Friday, May 29, 2020

हिचकियाँ

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*** यूँ न मजबूर करो मुझे अपनी हिचकियों से इस कदर, मुझे भी तो ख्याल है तेरे बे-सब्र जज़्बे का । ----हर्ष महाजन
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Thursday, May 28, 2020

आइये समंदर को बदल डालें

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... आइये आज समंदर को बदल डालें , मेरे  कुछ शेर हैं उनमें वज़न डालें | मगर बदलूं कैसे बदनसीब मुक़द्दर,  चलो हाथ की लकीरों में खलल डालें |...
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मेरा वज़ूद

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*** ये आईना नहीं,  मेरे वज़ूद का सबूत है, वरना कभी कोई,  मेरा पैरवीकार न होता । ....हर्ष महाजन
Sunday, May 10, 2020

यादों का दीप जला ये दिल में दर्द उठा

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*** यादों का दीप जला  ये दिल में दर्द उठा बड़ी मुद्दत से मुझे माँ तेरा आँचल न मिला | यादों का दीप जला.......... तेरे हाथों की महक म...
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Wednesday, April 8, 2020

नुक़्ता क्या होता है ?

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नुक़्ता ग़ज़ल कहते वक़्त जब हम शब्दावली का प्रयोग करते हैं तो अक्सर हम उर्दू के लफ़्ज़ भी इस्तेमाल करते हैं । लेकिन लफ्ज़ के ग़लत इस्तेमाल से ग़...
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