usne aaj tak
mere aanchal ko
nahi chhua hai !!
kabhi apni nazer se
badan ko chhoone ka
Ahsaas tak nahi aya hai !!
Toh kya samjhooN
woh meri upeksha ka hi
Ik saya hai !!
NahiN maloom
usne kab kab mujhe
Apne tapte pyaar se
aajmaya hai !!
Uff!! mere habeeb !!
Mere dost
Mere aaka
Kya kerooN
Mere zism ka Rom rom
har simt us shaks ka hi
Saya hai!!
Saya hai !
saya hai !!
harash mahajan
...
उसने आज तक
मेरे आँचल तक को
छुआ नहीं है !
नज़र से
बदन को छूने का
अहसास तक
हुआ नहीं है ।।
तो क्या समझूं ?
वो
मेरी उपेक्षा का ही इक साया है ?
नहीं मालूम
उसने कब तक
मुझे अपने तपते प्यार से
आजमाया है !!
उफ़!!मेरे हबीब !!
मेरे आका
क्या करूँ !!
मेरे जिस्म का रोम रोम
हर सिम्त उस शख्स का ही
साया है !
साया है !
साया !!
हर्ष महाजन
mere aanchal ko
nahi chhua hai !!
kabhi apni nazer se
badan ko chhoone ka
Ahsaas tak nahi aya hai !!
Toh kya samjhooN
woh meri upeksha ka hi
Ik saya hai !!
NahiN maloom
usne kab kab mujhe
Apne tapte pyaar se
aajmaya hai !!
Uff!! mere habeeb !!
Mere dost
Mere aaka
Kya kerooN
Mere zism ka Rom rom
har simt us shaks ka hi
Saya hai!!
Saya hai !
saya hai !!
harash mahajan
...
उसने आज तक
मेरे आँचल तक को
छुआ नहीं है !
नज़र से
बदन को छूने का
अहसास तक
हुआ नहीं है ।।
तो क्या समझूं ?
वो
मेरी उपेक्षा का ही इक साया है ?
नहीं मालूम
उसने कब तक
मुझे अपने तपते प्यार से
आजमाया है !!
उफ़!!मेरे हबीब !!
मेरे आका
क्या करूँ !!
मेरे जिस्म का रोम रोम
हर सिम्त उस शख्स का ही
साया है !
साया है !
साया !!
हर्ष महाजन
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