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कितनी शमशीरें निकली दर्द को शांत करने में
कितनी लाशें बिखरी इस भारत से पाक बनने में
विश्वास था संभालेगा इसे मज़बूत सरदार कोई
पर पेंसठ साल खो चुके हैं अभी इसके बनने में ।
______________________हर्ष महाजन
कितनी शमशीरें निकली दर्द को शांत करने में
कितनी लाशें बिखरी इस भारत से पाक बनने में
विश्वास था संभालेगा इसे मज़बूत सरदार कोई
पर पेंसठ साल खो चुके हैं अभी इसके बनने में ।
______________________हर्ष
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