......
रंग सभी फीके पड़े, सिर्फ चढ़े रंग गुलाल,
इक दूजे के मिल गले ,कर होली का ख्याल |
कर होली का ख्याल,ये टोली दोस्तन की है,
पीलो घोल के भंग, चाहो तो बोतल भी है
कहे 'हर्ष दो पलट, उन्ही की ज़िन्द जो बेरंग
होली है यु भाई, टका टक रंग दो सब रंग |
_______________हर्ष महाजन
होली है है भाई होली ........
No comments:
Post a Comment