...
मैं तो उस दिन भी जंग में शरीक हुआ,
जब भारत था जिस दिन तहरीक हुआ |
मादरे हिन्द का चेहरा भी था खुश बहुत,
जब तिरंगा था हिन्द का प्रतीक हुआ |
पर न जाने था कब हिन्द आज़ाद हुआ,
दुनिया जाने गलत क्या था ठीक हुआ |
ये कलम उन शहीदों पे चलती रही ,
जो भी हिन्दू-मुसलमां निर्भीक हुआ |
___________हर्ष महाजन
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