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शख्स कभी, वो दिल से उतर जाए, तो चले आना ।
अक्स मेरा, गर आँखों में,उभर आये तो चले आना,
लकीरें तो बहुत बदलीं........मेरे हाथों में मुक़द्दर ने ,
कोई लकीर खुदा..... तेरी बदल पाये तो चले आना ।
________________हर्ष महाजन
शख्स कभी, वो दिल से उतर जाए, तो चले आना ।
अक्स मेरा, गर आँखों में,उभर आये तो चले आना,
लकीरें तो बहुत बदलीं........मेरे हाथों में मुक़द्दर ने ,
कोई लकीर खुदा..... तेरी बदल पाये तो चले आना ।
________________हर्ष महाजन
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