Monday, December 22, 2014

मुझको ज़िन्दगी में मोहब्बत का किनारा न मिला



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मुझको ज़िन्दगी में मोहब्बत का किनारा न मिला,
मिले पत्थर तो बहुत पर....वो इक इशारा न मिला |
मेरी आँखों के नशे में...............तो बहुत डूबे मगर,
जो भी आया पर वो ख़्वाबों में.......दुबारा न मिला |

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Mujhko zindagi meiN mohabbat ka kinara na mila,
Mile patthar toh bahut par woh ik ishara na mila.
Meri ankhoN ke nashe meiN toh doobe magar
Jo bhi aaya par wo khwaboN meiN dubara na mila. 


____________________Harash Mahajan

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