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शेर के पाँव में गर कोई काँटा चुबे,
जंगलों में क्या कोई ओर राज करे ।
इतना तो मुहब्बत में दम है अभी,
अपने घर के गिला यूँ ही आज करे ।
इस तरह से किया भाजपा ने सफ़र.
ये राज मोदी का हो 'आप' काज करे ।
बिजली पानी की दौलत से हो रूबरू,
ऐसी दरकार थी कोई जां-बाज़ करे ।
यूँ बहुत है सफ़र भाजपा का अभी,
छोटी छोटी रियासत बे-ताज करे ।
इल्तिजा इस आवाम से जन-जन की है,
कुछ देश हित में खुद को भी साज़ करे ।
-------------------हर्ष महाजन
दरकार=जरूरत
शेर के पाँव में गर कोई काँटा चुबे,
जंगलों में क्या कोई ओर राज करे ।
इतना तो मुहब्बत में दम है अभी,
अपने घर के गिला यूँ ही आज करे ।
इस तरह से किया भाजपा ने सफ़र.
ये राज मोदी का हो 'आप' काज करे ।
बिजली पानी की दौलत से हो रूबरू,
ऐसी दरकार थी कोई जां-बाज़ करे ।
यूँ बहुत है सफ़र भाजपा का अभी,
छोटी छोटी रियासत बे-ताज करे ।
इल्तिजा इस आवाम से जन-जन की है,
कुछ देश हित में खुद को भी साज़ करे ।
-------------------हर्ष महाजन
दरकार=जरूरत
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