Sunday, November 30, 2014

न दो ऊँचाई कद को न छेड़ो मेरा अब नाम

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न दो ऊँचाई कद को....न छेड़ो....मेरा अब नाम,
मैं हूँ शज़र, मुझे शाखों का, छीनों न अब सलाम |


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Na do unchaayii kad ko........,..na chhero.......,...mera ye naam,
MaiN huN shazar, mujhe shakhoN ka, chheenoN na ab salaam.



________________Harash Mahajan

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