तुमने किस तरह मेरी तकदीर की तस्वीर बनायी है,
मेरी तहरीरों में 'हर्ष' तासीर तेरे शब्दों से ही आयी है।
क्या कहूं मेरे हमदर्दों की बे-वफायी ने मुझे छेड़ा है,
तभी से इस शहर में मेरी कलम का मुसलसल डेरा है।
______________________हर्ष महाजन
मेरी तहरीरों में 'हर्ष' तासीर तेरे शब्दों से ही आयी है।
क्या कहूं मेरे हमदर्दों की बे-वफायी ने मुझे छेड़ा है,
तभी से इस शहर में मेरी कलम का मुसलसल डेरा है।
______________________हर्ष
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