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मेरी खामोशी के…..दीये भूल न जाना,
कभी वक़्त मिले मेरे पास चले आना ।
कितने दर्द से...भर चुका है ये माहौल ,
बस आखिरी है दरख्वास्त चले आना ।
_________हर्ष महाजन
मेरी खामोशी के…..दीये भूल न जाना,
कभी वक़्त मिले मेरे पास चले आना ।
कितने दर्द से...भर चुका है ये माहौल ,
बस आखिरी है दरख्वास्त चले आना ।
_________हर्ष महाजन
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