...
देखो ऐसा न हो....ख्वाब इक......यूँ पलता रहे,
कहो कुछ इस तरह दिल में चिराग जलता रहे |
हैरान हूँ मैं मुसलसल.............तेरी अदाओं पे,
कहीं ये दिल मेरा..अनजाने में...न सलता रहे |
कहो कुछ इस तरह दिल में चिराग जलता रहे |
हैरान हूँ मैं मुसलसल.............तेरी अदाओं पे,
कहीं ये दिल मेरा..अनजाने में...न सलता रहे |
__________________हर्ष महाजन
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