...
ऐ ज़िंदगी सलाम तुझे....क्या किया सितम.
इक पल में दे गयी तू मुझे अतीत और गम |
लखते जिगर को छीन तुम्हें क्या सकूं मिला,
कुछ तो बता कसूर मेरा.......या बता करम |
इक पल में दे गयी तू मुझे अतीत और गम |
लखते जिगर को छीन तुम्हें क्या सकूं मिला,
कुछ तो बता कसूर मेरा.......या बता करम |
________हर्ष महाजन
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