Tuesday, April 1, 2014

जब से वो फलक से मेरे ख्वाबों में उतरने लगी

...

Jab se wo falak se  mere khwaab meiN utarne lagi
Mere haathoN ki lakeereiN bhi khud sanwarne lagi.
Unse mlne ki dua .................lab pe ab na aa jaaye
Unki tasweereiN........ diwaaroN pe thi ubharne lagi.

जब से वो फलक से मेरे ख्वाबों में उतरने लगी,
मेरे हाथों की लकीरें भी........खुद सँवरने लगी ।
उनसे मिलने की दुआ....लब पे अब न आ जाए ,
उनकी तस्वीरें........दीवारों पे थी  उभरने लगीं ।

_________हर्ष महाजन

No comments:

Post a Comment