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करता रहा उम्र-भर नफरत जिस शख्स से,
जुदा हुआ तो कतरा इक मेरी आँखों में था,
यत्न तो किये थे मैने कि उसे भूल ही जाऊँ,
मगर क्या करूँ वो दिल की सलाख़ों में था ।
----------------हर्ष महाजन
करता रहा उम्र-भर नफरत जिस शख्स से,
जुदा हुआ तो कतरा इक मेरी आँखों में था,
यत्न तो किये थे मैने कि उसे भूल ही जाऊँ,
मगर क्या करूँ वो दिल की सलाख़ों में था ।
----------------हर्ष महाजन
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