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काश ! कुछ यूँ होता, तेरे ख्याल साथ होते,
फिर इस तरह से मेरे तुम दरमियाँ तो होते |
...जिन दिलों की रस्में मिलने से होतीं पूरी ,
कुछ कदम यूँ मिलके दिल बागबाँ तो होते |
____________हर्ष महाजन |
काश ! कुछ यूँ होता, तेरे ख्याल साथ होते,
फिर इस तरह से मेरे तुम दरमियाँ तो होते |
...जिन दिलों की रस्में मिलने से होतीं पूरी ,
कुछ कदम यूँ मिलके दिल बागबाँ तो होते |
____________हर्ष महाजन |
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