...
मन के साए से तुझे खुद ही रिहा कर दूंगा,
मेरा वादा है तुझे दिल से जुदा कर दूंगा |
मेरा वादा है तुझे दिल से जुदा कर दूंगा |
कैसे कर दूं मैं क़त्ल दिल से तेरी चाहत का,
तूने चाहा तो अगर ये भी खता कर दूंगा |
मेरी आँखों से कभी बन दर्द तू टपकेगा,
तेरी खुशियों में मुस्करा के हवा कर दूंगा |
दिल की अब सरहदों पे खूब अँधेरा है अगर,
तो दिल मैं आतिश-ए-जफा से दिया कर दूंगा |
जहाँ में सब का अपना-अपना मुक़द्दर लेकिन,
जो रिश्ता तुझसे जुड़ेगा मैं रिहा कर दूंगा |
हर्ष महाजन
तूने चाहा तो अगर ये भी खता कर दूंगा |
मेरी आँखों से कभी बन दर्द तू टपकेगा,
तेरी खुशियों में मुस्करा के हवा कर दूंगा |
दिल की अब सरहदों पे खूब अँधेरा है अगर,
तो दिल मैं आतिश-ए-जफा से दिया कर दूंगा |
जहाँ में सब का अपना-अपना मुक़द्दर लेकिन,
जो रिश्ता तुझसे जुड़ेगा मैं रिहा कर दूंगा |
हर्ष महाजन
Thank you for tthis
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