Tere hone ka apne meiN is kader asar rakhta hooN
Doobunga nahiN samander meiN ghar rakhta hooN
Harash Mahajan
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तेरे होने का इस कदर असर रखता हूँ
डूबूँगा नहीं मैं समंदर में घर रखता हूँ ।
तेरे हुस्न को आदत है मेरी नज़रों की
मचले न शबाब अब इतना हुनर रखता हूँ ।
______________हर्ष महाजन
1/03/2012
Doobunga nahiN samander meiN ghar rakhta hooN
Harash Mahajan
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तेरे होने का इस कदर असर रखता हूँ
डूबूँगा नहीं मैं समंदर में घर रखता हूँ ।
तेरे हुस्न को आदत है मेरी नज़रों की
मचले न शबाब अब इतना हुनर रखता हूँ ।
______________हर्ष महाजन
1/03/2012
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