Monday, October 13, 2014

कितने फसादों से भरा.....किस्सा कह देते हो 'हर्ष'

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कितने फसादों से भरा.....किस्सा कह देते हो 'हर्ष',
लिखने को मुझसे जियादा कमज़र्फ़ यहाँ कोई नहीं |

___________________हर्ष महाजन

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