...
दुश्मनी भी शख्स खूब किया करते हैं
पछताते हैं फिर धूप लिया करते हैं |
फल से भरे शज़र झुक जाते है बहुत,
पत्थर खा के भी फल दिया करते हैं |
______________हर्ष महाजन
दुश्मनी भी शख्स खूब किया करते हैं
पछताते हैं फिर धूप लिया करते हैं |
फल से भरे शज़र झुक जाते है बहुत,
पत्थर खा के भी फल दिया करते हैं |
______________हर्ष महाजन
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