Friday, June 14, 2013

मुझपे इल्जामे मोहब्बत की खबर रखते हैं

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मुझपे इल्जामे मोहब्बत की खबर रखते हैं,
मेरी वो आँखों के ख्वाबों पे नजर रखते हैं |
मिले है चैन उन जुल्फों में ज्यूँ शजर है घना,
आते चुपचाप इधर नजर वो मगर रखते हैं |

_____________________हर्ष महाजन |

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