...
रात भर अश्क मोती बन निकले,
ज्यूँ ही ख़्वाबों में तेरे हम निकले |
अश्क भर-भर नहला दिया तुमने,
तेरे दिल से जो बन के गम निकले |
__________हर्ष महाजन
रात भर अश्क मोती बन निकले,
ज्यूँ ही ख़्वाबों में तेरे हम निकले |
अश्क भर-भर नहला दिया तुमने,
तेरे दिल से जो बन के गम निकले |
__________हर्ष महाजन
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