Wednesday, October 23, 2013

बुझे चिराग हो... बहुत धुंआ करते हो

...

बुझे चिराग हो... बहुत धुंआ करते हो,
बसे हो दिल में अब क्यूँ जुदा करते हैं ।

___________हर्ष महाजन

No comments:

Post a Comment