Tuesday, October 22, 2013

चाँद अब रात फलक में तो निकल आया है


चाँद अब रात फलक में तो निकल आया है,
पर तडपा के मेरे......... चाँद को सताया है ।
अब ज़रा देखो सितारों को... मुस्कराते हुए ,
मिल के दोनों ने वफाओं को आजमाया है ।

_____________हर्ष महाजन

No comments:

Post a Comment