Thursday, January 24, 2013

चंद तहरीरों का हर पुलिंदा दीवान नहीं होता

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चंद तहरीरों का हर पुलिंदा दीवान नहीं होता ,
तेज़ हवाओं का हर झोंका तूफ़ान नहीं होता |
बहुत देखें हैं हुस्न पर ग़ज़ल कहने वाले 'हर्ष'
तुझ सा हुस्न चंद लफ़्ज़ों में ब्यान नहीं होता |

_______________हर्ष महाजन

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