Monday, April 1, 2013

दिल अब शीशे सा दिखने लगा है

...

दिल अब शीशे सा दिखने लगा है,
वफ़ा भूल कई बार बिकने लगा है |
खो चूका है अपना वजूद इस तरह
कि मंडी में कोडियों बिकने लगा है |

______________हर्ष महाजन

No comments:

Post a Comment