Saturday, April 6, 2013

कर्जा अपनी जात से बनावे इक मिसाल

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कर्जा अपनी जात से बनावे इक मिसाल,
एक से ले दूजे को दे कहलाए उ दलाल |
कहलाए उ दलाल, बनावे मूरख सबको,
मित्र जल्द बनाये, समझ महामूरख उनको |
कहे 'हर्ष' कविराय, जहाँ में लोग हर दर्जा,
कुछ जीयें खुद से, जीयें कुछ ले के कर्जा |

___________हर्ष महाजन

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