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जब भी मिलते हैं तो अहसास रवां होते हैं
दिल में खुशियाँ भी हैं गम साथ बयाँ होते हैं ।
दिल है बेताब सुनाने को रुदादें अपनीं,
ऐसे हालात भी आँखों में अयाँ होते हैं ।
उसने चाहा तो ये दिल है कि माना ही नहीं
दिल के हालात भी इकसार कहाँ होते हैं ।
उसकी यादों की कतारों ने न छोड़ा जब भी
होंठ सिल जाते हैं पर अश्क जुबां होते हैं ।
टूट जाएगा ये दिल शीशे सा नाज़ुक है 'हर्ष'
बे-वज़ह इश्क के चर्चे भी जहां होते हैं
___________हर्ष महाजन ।
जब भी मिलते हैं तो अहसास रवां होते हैं
दिल में खुशियाँ भी हैं गम साथ बयाँ होते हैं ।
दिल है बेताब सुनाने को रुदादें अपनीं,
ऐसे हालात भी आँखों में अयाँ होते हैं ।
उसने चाहा तो ये दिल है कि माना ही नहीं
दिल के हालात भी इकसार कहाँ होते हैं ।
उसकी यादों की कतारों ने न छोड़ा जब भी
होंठ सिल जाते हैं पर अश्क जुबां होते हैं ।
टूट जाएगा ये दिल शीशे सा नाज़ुक है 'हर्ष'
बे-वज़ह इश्क के चर्चे भी जहां होते हैं
___________हर्ष महाजन ।
सभी शेर बहुत सुन्दर, दाद स्वीकारें.
ReplyDeleteडॉ. जेन्नी शबनम ji bahoot bahot shukriyaa aapko sher pasand aaye.....
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