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अपने होटों पे सदा.......हम तो दुआ रखते हैं,
बे-वफाओं से भी हम तो....अब वफ़ा रखते हैं |
है हुनर चुपके से धड़कन में.....उतर जाने का,
चाहे दुश्मन जो बहुत...दिल में सजा रखते हैं |
ज़िंदगी दी है खुदा ने....तो संग दी है अदा भी ,
पर उठे उंगली न नियत पर ये अना रखते हैं |
हम तो प्यासे बहुत...नदिया तलाश करते हैं,
गुज़रे लम्हों की.....फिजाओं में हवा रखते हैं |
थी दुआ उनकी चले जाएँ उनकी ज़िंद से सदा,
हो असर इतना दुआओं में....ये दुआ रखते हैं |
_______________हर्ष महाजन
अपने होटों पे सदा.......हम तो दुआ रखते हैं,
बे-वफाओं से भी हम तो....अब वफ़ा रखते हैं |
है हुनर चुपके से धड़कन में.....उतर जाने का,
चाहे दुश्मन जो बहुत...दिल में सजा रखते हैं |
ज़िंदगी दी है खुदा ने....तो संग दी है अदा भी ,
पर उठे उंगली न नियत पर ये अना रखते हैं |
हम तो प्यासे बहुत...नदिया तलाश करते हैं,
गुज़रे लम्हों की.....फिजाओं में हवा रखते हैं |
थी दुआ उनकी चले जाएँ उनकी ज़िंद से सदा,
हो असर इतना दुआओं में....ये दुआ रखते हैं |
_______________हर्ष महाजन
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