...
यूँ मुहब्बत में गर तू भटक जाएगा,
आईना मेरे दिल का चटक जाएगा |
गर तू मेरा नहीं, खा न खौफ बता ,
मेरा दिल तेरी राहों से हट जाएगा |
हम-सफ़र तू मेरा यूँ न आँखें चुरा,
ठेस हल्की अभी तो सिमट जाएगा |
मैं गुज़र जाऊं पीछे तू पछताएगा,
जब आशिक जुबां से पलट जाएगा |
कैसे झेलेगा इश्क के गम की सजा,
मेरा पलपल इसी गम में कट जाएगा |
__________हर्ष महाजन
यूँ मुहब्बत में गर तू भटक जाएगा,
आईना मेरे दिल का चटक जाएगा |
गर तू मेरा नहीं, खा न खौफ बता ,
मेरा दिल तेरी राहों से हट जाएगा |
हम-सफ़र तू मेरा यूँ न आँखें चुरा,
ठेस हल्की अभी तो सिमट जाएगा |
मैं गुज़र जाऊं पीछे तू पछताएगा,
जब आशिक जुबां से पलट जाएगा |
कैसे झेलेगा इश्क के गम की सजा,
मेरा पलपल इसी गम में कट जाएगा |
__________हर्ष महाजन
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