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चंद शेरों में उनका हुनर इक राज़ ज़रूर बतलायेगा,
बेरुखी उनकी क़ाफ़िया-ओ-रदीफ़ में नज़र आएगा ।
कितने छिपे हैं सांप उनकी आस्तीन में फन फैलाये,
आने वाला हर शेर उनकी खबर बा-दस्तूर लाएगा ।
______________हर्ष महाजन
चंद शेरों में उनका हुनर इक राज़ ज़रूर बतलायेगा,
बेरुखी उनकी क़ाफ़िया-ओ-रदीफ़ में नज़र आएगा ।
कितने छिपे हैं सांप उनकी आस्तीन में फन फैलाये,
आने वाला हर शेर उनकी खबर बा-दस्तूर लाएगा ।
______________हर्ष महाजन
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