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उसने इश्क़ की बिरादरी में नाम इस कदर दर्ज़ कर लिया,
ज़िस्म मैखाने का और ख्वाब ज़ुल्फ़ों का मर्ज़ कर लिया ।
शौखियाँ उसकी नजरो की, खूबसूरत पैगाम से कम नही ,
इक-इक अदा को उसने छलकते जाम का क़र्ज़ कर लिया ।
________________हर्ष महाजन
उसने इश्क़ की बिरादरी में नाम इस कदर दर्ज़ कर लिया,
ज़िस्म मैखाने का और ख्वाब ज़ुल्फ़ों का मर्ज़ कर लिया ।
शौखियाँ उसकी नजरो की, खूबसूरत पैगाम से कम नही ,
इक-इक अदा को उसने छलकते जाम का क़र्ज़ कर लिया ।
________________हर्ष महाजन
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