जन्म-दिन की बहुत बहुत शुभ-कामनाएं भाई अश्वनी महाजन
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बता कैसे लिख दें तेरी उम्र चाँद सितारों पे
और मना लें तेरा जन्म-दिन फूल बहारों से ।
बटोर लें कुछ खूबसूरत अहसास तेरे लिए,
सजा दें उन्हें तेरे हृदय में अद्भुत नज़ारों से ।
खुदा से कर मिन्नत इक सौगात रखवा ली है ,
तभी आज तेरे जन्म-दिन पर हुई दिवाली है ।
खुदा की नैमत किस को मिले किसको अंदाजा है,
द्वार-पट मुक़द्दर का खुद बता देगा जो दरवाजा है ।
किस तरह बना दूं इसे मैं वर्ष का इक ख़ास दिन,
जिसे बिताना न चाहे कोई भी अपना बस तेरे बिन ।
देते रहें सदा दुआएं और चाहें तुझको कुछ इस तरह,
रोम-रोम कह रहा हो जन्म-दिन मुबारक हो जिस तरह ।
___________________हर्ष महाजन
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बता कैसे लिख दें तेरी उम्र चाँद सितारों पे
और मना लें तेरा जन्म-दिन फूल बहारों से ।
बटोर लें कुछ खूबसूरत अहसास तेरे लिए,
सजा दें उन्हें तेरे हृदय में अद्भुत नज़ारों से ।
खुदा से कर मिन्नत इक सौगात रखवा ली है ,
तभी आज तेरे जन्म-दिन पर हुई दिवाली है ।
खुदा की नैमत किस को मिले किसको अंदाजा है,
द्वार-पट मुक़द्दर का खुद बता देगा जो दरवाजा है ।
किस तरह बना दूं इसे मैं वर्ष का इक ख़ास दिन,
जिसे बिताना न चाहे कोई भी अपना बस तेरे बिन ।
देते रहें सदा दुआएं और चाहें तुझको कुछ इस तरह,
रोम-रोम कह रहा हो जन्म-दिन मुबारक हो जिस तरह ।
___________________हर्ष महाजन
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