Tuesday, May 13, 2014

बदली में है चाँद दीवाना पूछेगा

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बदली में है चाँद दीवाना पूछेगा,
मुझको मेरा यार पुराना पूछेगा |

शक्ल से मेरी नफरत उसको बेपनाह ,
खो गए तो ठोर ठिकाना पूछेगा |

इन्तहा यूँ ज़ुल्म की लगता हो गयी,
करके वो मुझको बेगाना पूछेगा |

जाग उठे नफरत न मेरे दिल में अब,
फिर वो मिलने का बहाना पूछेगा |

टूटी जो तस्वीर लिए था दिल में  'हर्ष'
कहाँ गयी सारा ज़माना पूछेगा |

_______हर्ष महाजन

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