...
हमने चाहा था उन्हें... अपनी दुआओं में रहे ,
इतनी थी उनकी अना अपनी अदाओं में रहे |
रिश्ता तो टूटा मगर, आईने सा बिखर गया,
अब तो चाहत है न नफरत वो वफाओं में रहे |
इतनी थी उनकी अना अपनी अदाओं में रहे |
रिश्ता तो टूटा मगर, आईने सा बिखर गया,
अब तो चाहत है न नफरत वो वफाओं में रहे |
___________हर्ष महाजन
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