दोहे --सुफिआना
बाबा इतनी भीड़ में कैसे करूँ सलाम ,
तीजे तिल खड़ा हुआ,देखा तेरो नाम ।
रौशन सारा जग हुआ,देह हुई निष्काम,
मन के सारे भ्रम तजे ,पहुंचा मैं निज धाम ।
___________हर्ष महाजन ।
रौशन सारा जग हुआ,देह हुई निष्काम,
मन के सारे भ्रम तजे ,पहुंचा मैं निज धाम ।
___________हर्ष महाजन ।
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