------------जनम-दिन -----------
न शिकवा करता हूँ न गिला करता हूँ ,
रहे तू सलामत बस ये दुआ करता हूँ |
उलझन है तुझको दूँ क्या मैं तोहफा,
फूल तो कम है असूल अदा करता हूँ ।
नज़में कुछ ग़ज़लें इब्तदाई सफ़र की
बता दो कहो तुम वही ज़ुदा करता हूँ ।
तुम्हें ज़िन्दगी के सब हौंसिले मुबारक ,
जो अनछुए हैं जज़्बात वही अदा करता हूँ ।
जनम-दिन मुबारक जनम-दिन मुबारक
___________हर्ष महाजन
न शिकवा करता हूँ न गिला करता हूँ ,
रहे तू सलामत बस ये दुआ करता हूँ |
उलझन है तुझको दूँ क्या मैं तोहफा,
फूल तो कम है असूल अदा करता हूँ ।
नज़में कुछ ग़ज़लें इब्तदाई सफ़र की
बता दो कहो तुम वही ज़ुदा करता हूँ ।
तुम्हें ज़िन्दगी के सब हौंसिले मुबारक ,
जो अनछुए हैं जज़्बात वही अदा करता हूँ ।
जनम-दिन मुबारक जनम-दिन मुबारक
___________हर्ष महाजन
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