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दिल से निकलें जो भी अहसास....मेरी ग़ज़लों में हैं,
मेरी ख्वाहिशें मेरे जज़्बात..........मेरी ग़ज़लों में हैं |
जो भी खुशियाँ और गम भी मुझे ज़िन्द में थे मिले,,
सब हकीकत में मेरे राज़............मेरी ग़ज़लों में हैं |
इतना तडपा हूँ मैं लेकिन ये आखें.....तर नहीं होती ,
जो कुछ गुजरा सभी अल्फाज़......मेरी ग़ज़लों में हैं |
काश अब दिल की सदाओं में, असर इतना हो जाए,
किसको हमसफ़र के मिलें ताज...मेरी ग़ज़लों में हैं |
जिगर होता है छलनी आँख से जब सपने छिन जाएँ,
जो रोये थे दिलों के साज़................मेरी ग़ज़लों में हैं |
________________हर्ष महाजन
दिल से निकलें जो भी अहसास....मेरी ग़ज़लों में हैं,
मेरी ख्वाहिशें मेरे जज़्बात..........मेरी ग़ज़लों में हैं |
जो भी खुशियाँ और गम भी मुझे ज़िन्द में थे मिले,,
सब हकीकत में मेरे राज़............मेरी ग़ज़लों में हैं |
इतना तडपा हूँ मैं लेकिन ये आखें.....तर नहीं होती ,
जो कुछ गुजरा सभी अल्फाज़......मेरी ग़ज़लों में हैं |
काश अब दिल की सदाओं में, असर इतना हो जाए,
किसको हमसफ़र के मिलें ताज...मेरी ग़ज़लों में हैं |
जिगर होता है छलनी आँख से जब सपने छिन जाएँ,
जो रोये थे दिलों के साज़................मेरी ग़ज़लों में हैं |
________________हर्ष महाजन
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