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गर उन्हें इल्म नहीं, ख़त में क्यूँ, ‘हम’ लिखते हैं,
वो यूँ कहते हैं कि....मज़मून-ए-गम लिखते
हैं |
उनसे दूरी का उन्हें........गम नहीं, कहा उसने,
बस ज़रा ख़त में उन्हें, आँख हैं नम, लिखते हैं |
______________हर्ष महाजन
गर उन्हें इल्म नहीं, ख़त में क्यूँ, ‘हम’ लिखते हैं,
वो यूँ कहते हैं कि....मज़मून-ए-गम लिखते हैं |
उनसे दूरी का उन्हें........गम नहीं, कहा उसने,
बस ज़रा ख़त में उन्हें, आँख हैं नम, लिखते हैं |
______________हर्ष महाजन
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