Saturday, June 21, 2014

सैकड़ों अयियाश ज़मीं पर चलने लगे हैं

...


सैकड़ों अयियाश....ज़मीं पर चलने लगे हैं,
कुछ दोस्त भी हैं...उनमें जो खलने लगे हैं |
खौफज़दा हो गया है हर तसव्वुर अब यहाँ,
बेबसी इतनी......हौंसिले भी छलने लगे हैं |



______________हर्ष महाजन

No comments:

Post a Comment