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खुदाया तेरे जहाँ में.............ये हल नहीं मिलता,
जो पल गुज़र गया ज़िन्द से वो पल नहीं मिलता |
जो बेटे अश्क बहा कर के..........माँ को छलते हैं,
पर माँ के अश्कों में कोई....भी छल नहीं मिलता |
_____________हर्ष महाजन
खुदाया तेरे जहाँ में.............ये हल नहीं मिलता,
जो पल गुज़र गया ज़िन्द से वो पल नहीं मिलता |
जो बेटे अश्क बहा कर के..........माँ को छलते हैं,
पर माँ के अश्कों में कोई....भी छल नहीं मिलता |
_____________हर्ष महाजन
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