Friday, May 3, 2013

इन हवाओं में तुम्हे इक फरमान भेजा है

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इन हवाओं में तुम्हे इक फरमान भेजा है;
सूरज की किरणों संग इक पैगाम भेजा है |
घर जा चूका है चाँद छुप गए सब सितारे;
सुबह हो गयी उठो दिल से सलाम भेजा है |

शुभ-प्रभात , शुभ दिन।

हर्ष महाजन

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