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मेरी शहादत कबूल कर लो,
रुह पास है सब वसूल कर लो |
नकाम-ए-इश्क़ में जाँ भी देंगे,
ये सब नसीहत असूल कर लो |
जब हो रहे हों ज़मीर के टुकड़े,
तो खुद को ही तुम रसूल कर लो |
खुद्दारी पे गर आंच भी आये
बे-खौफ खुद को मकतूल कर लो |
नामुमकिन हों हलाते वफ़ा जब
दुआएं अपनी मकबूल कर लो |
_________हर्ष महाजन
***************
मकतूल = murdered
रसूल = Messenger of god
मकबूल=मनचाही,
***************
ये सब नसीहत असूल कर लो |
जब हो रहे हों ज़मीर के टुकड़े,
तो खुद को ही तुम रसूल कर लो |
खुद्दारी पे गर आंच भी आये
बे-खौफ खुद को मकतूल कर लो |
नामुमकिन हों हलाते वफ़ा जब
दुआएं अपनी मकबूल कर लो |
_________हर्ष महाजन
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मकतूल = murdered
रसूल = Messenger of god
मकबूल=मनचाही,
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