Tuesday, September 18, 2012

तेरे जन्म-दिन के उत्सव में अब क्या तुझे मैं उपहार दूं

गौरव महाजन ..जन्म-दिन की बहुत बहुत शुभ-कामनाएं
..

तेरे जन्म-दिन के उत्सव में अब क्या तुझे
मैं उपहार दूं
दिल से निकले उन शब्दों को कहे तो सुर में मैं संवार दूं |

अद्भुत से रंगों मे अब चमकें अहसास जनम दिन के तेरे
कुछ तारे हैं जो फलक पे अटके कहे तो मैं सब उतार दूं |

कैसी अब ये खामोशी है और ये कैसी अब गुनगुनाहटें
है ये तरंगे संगीतों की तू कहे तो इस दिल को टंकार दूं |

कैसे बदलूँ जिल्द किताब की कैसे मैं दूं नया उपहार तुझे,
छूटे जो कोरे पन्ने किताब के उनपर जन्म-दिन संवार दूं |

पढ़-पढ़ कर तू अपने जीवन मे 'हर्षा' को उम्र-भर याद करे
ऐसा जन्म दिन तेरा है गाओ औ मैं भी ढेरों तुझे प्यार दूं |

जन्म -दिन मुबारक हो --जन्म-दिन मुबारक हो

___________हर्ष महाजन /नीलम महाजन

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