वो आये जब मेरी कब्र पर बे-वज़ह रुलाने के लिए
बे-बाक उठ मैं चल पड़ा उसे बे-वफ़ा बताने के लिए ।
अब होश फाख्ता देख के मैं चुपचाप कब्र में लेट गया,
कुछ पल बाद इक शोर हुआ उसे पागल जताने के लिए ।
बे-बाक उठ मैं चल पड़ा उसे बे-वफ़ा बताने के लिए ।
अब होश फाख्ता देख के मैं चुपचाप कब्र में लेट गया,
कुछ पल बाद इक शोर हुआ उसे पागल जताने के लिए ।
_______________________हर्ष महाजन ।
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