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वो आयें मेरे ख़्वाबों में , मेरी सांस-सांस में गुज़रे
दरिया-ए-लुत्फ़ निकले जब हुस्न-ए-यार से गुज़रे ।
_______________________हर् ष महाजन ।
वो आयें मेरे ख़्वाबों में , मेरी सांस-सांस में गुज़रे
दरिया-ए-लुत्फ़ निकले जब हुस्न-ए-यार से गुज़रे ।
_______________________हर्
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