...
ऎसी नागिन की तरह..डसने को तैयार है वो,
चाहे अब जो भी है बस मेरी गजब यार है वो |
मेरी राहों में कितने शूल....उसने छोड़े मगर,
कभी न पीठ पर दुश्मन सा....करे वार है वो |
चाहे अब जो भी है बस मेरी गजब यार है वो |
मेरी राहों में कितने शूल....उसने छोड़े मगर,
कभी न पीठ पर दुश्मन सा....करे वार है वो |
__________________हर्ष महाजन
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