Monday, August 11, 2014

ऎसी नागिन की तरह डसने को तैयार है वो

...

ऎसी नागिन की तरह..डसने को तैयार है वो,
चाहे अब जो भी है बस मेरी गजब यार है वो |
मेरी राहों में कितने शूल....उसने छोड़े मगर,
कभी न पीठ पर दुश्मन सा....करे वार है वो |

__________________हर्ष महाजन

No comments:

Post a Comment